अक्सर हमे टीवी या किसी सोशल मीडिया पे अश्वगंधा के बारे मैं जरूर सुनते या पड़ते है कहीं न कहीं। और हमारे दिमाग मैं हमेशा ये सवाल आता ही है की आखिर ये अश्वगंधा है क्या और इसका यूज़ कैसे करते हैं और इसके फायदे क्या क्या है और क्या ये नुक्सान भी करता है? दरअसल अश्वगंधा एक जड़ी-बूटी। जिसका यूज़ कई तरह के बीमारयों मैं किया जाता है। जैसे की मोटापा कम करने मैं ,टेस्टोस्टेरोन (मरदाना हॉर्मोन ) और मेल फर्टिलिटी को बढ़ाने मैं काम आता है। इसके अलावा अश्वगंधा क और भी कई फायदे है। पर इसके अत्यधिक मात्रा के कारन इसके नुकसान भी है। आइए आपको बताते है ashwagandha ke fayde के बारे मैं और इसके नुकसान क्या क्या हैंऔर इसका यूज़ कैसे करते है।
ashwagandha benefits in hindi-अश्वगंधा के फायदे
1.मोटापा कम करता है
अश्वगंधा मोटापे को कम करने मैं भी सहायक होता है वजन बढ़ने की कई कारन होते है जैसे की थायरोइड, डायबिटिज या कोई स्ट्रेस-हार्मोनल (cortisol) का बढ़ जाना और अश्वगंधा इस कोर्टिसोल हॉर्मोन के लम्बे समाये तक खून मैं जमे होने क कारन शरीर मैं चर्बी जमा होने लगता है और अश्वगंधा इस हॉर्मोन को कम करने मैं काफी कारगर होता है तो इस तरह ये मोटापे को कम करता है अश्वगंधा।2. ब्लड शुगर लेवल को कम करने भी मदद करता है
अश्वगंधा खून मैं बढे हुए शुगर लेवल को भी कम करने मैं भी काफी सहायक होता है जिससे की diabetes
mellitus जैसी बीमारियों से बचाता है।अगर आपका ब्लड शुगर लेवल (below 70 mg/dL ) है तो आपको hypoglycemia कॉन्डीशन है जिसमे की ब्लड की शुगर लेवल नार्मल से काफी कम हो जाता है जिससे की बॉडी मैं एनर्जी की कमी मेहसुस होती है और कमजोरी भी आती है।
इसका ये मतलब नहीं है की कैंसर होने पर आप अश्वगंधा लेना शुरू करें ये सिर्फ कैंसर से बचाव करने मैं मदद कर सकता है ना की सीधी तौर पर कैंसर को ठीक करता है अगर आपको कैंसर है तो जरूर डॉक्टर से संपर्क करें और जल्द से जल्द उसका ट्रीटमेंट लें।8 एंटी स्ट्रेस ( मानसिक तनाव ) काम करता हैअश्वगंधा दिमाग को शांत करता है। अश्वगंधा के बायोएक्टिव कंपाउंड्स एंक्सियोलिटिक (Anxiolytic – एंग्जाइटी / चिंता कम करने मैं मदद करता है ) और एंटी-डिप्रेसेंट की तरह काम करता है और ये अग्रोफोबिआ /agrophobia (यह एक anxiety disorder जिसमे की इंसान को किसी जगह या सिचुएशन से पैनिक या घबड़ाना और खुद्द को असहाये और बेइजती महसूस करना) को कम करने मैं भी मदद करता है।
mellitus जैसी बीमारियों से बचाता है।अगर आपका ब्लड शुगर लेवल (below 70 mg/dL ) है तो आपको hypoglycemia कॉन्डीशन है जिसमे की ब्लड की शुगर लेवल नार्मल से काफी कम हो जाता है जिससे की बॉडी मैं एनर्जी की कमी मेहसुस होती है और कमजोरी भी आती है।
अगर आपका ब्लड शुगर लेवल (above 180 to 200 milligrams per deciliter (mg/dL) है तो आपको Hyperglycemia है जिसमें की blood sugar लेवल नार्मल से बढ़ जाता है जो की सेहत की लिएअच्छा नहीं होता।
3 दिमाग को शार्प और तेज बनाता है
अश्वगंधा ब्रेन में nitric oxide को बढ़ाता है जिससे की दिमाग (brain) मैं ब्लड फ्लो अच्छे से होता है जिसके कारन ब्रेन अच्छे तरीके से काम करता है।4 पुरुषो मैं फर्टिलिटी और टेस्टोस्टेरोन लेवल को बढ़ाने मैं काफी कारगर होता है
अश्वगंधाअश्वगंधा तनाव और इनफर्टिलिटी (बांझपन,बच्चा पैदा न कर पाना) के लिए एक प्रभावी उपचार है। यह पुरे शरीर मैं blood circulation(रक्त परिसंचरण) मैं सुधार करता है और शुक्राणु की गुणवत्ता (sperm quality) को भी बढ़ाता है जिससे की शुक्राणु की समस्या ठीक करने के अलावा,इसके सेवन से व्यक्ति के सम्पूर्ण सवस्था और तंदुरूस्ती में सुधार करने में मदद करता है।5 इम्युनिटी (रोग प्रतिरोधक छमता)
अश्वगंधा में कुछ ऐसे तत्त्व पाए जाते है जो की शरीर की इम्म्युंटी को बढ़ाने के मैं काफी कारगर है, और ये शरीर मैं बनने वाले स्ट्रेस हॉर्मोन (cortisol) की मात्रा को कम करता है।
6 हृदय सवस्थ के लिए भी काफी अच्छा होता है
अश्वगंधा की सेवन से शरीर मैं cortisol(स्ट्रेस हॉर्मोन /चिंता) की मात्रा कम हो जाती है। इस कोर्टिसोल हॉर्मोन की वजह से बॉडी में blood pressure and heart rate बढ़ता है और अश्वगंधा इस cortisol हॉर्मोन को कम करता है जो की हमारे हार्ट हेल्थ के लिए अच्छा है।अगर आपको हार्ट से सम्बंधित कोई भी बीमारी हो चुकी है तो इस हालत मैं आप अश्वगंधा पे निर्भर न रहें बल्कि किसी अच्छे डॉक्टर से ट्रीटमेंट लारवाएँ क्योकि अश्वगंधा सीधी तौर पर किसी भी बीमार को ठीक नहीं करता है बल्कि उससे होने से बचाने मैं मदद करता है।
7 कैंसर से लड़ने मैं भी काफी लाभकारी हैअश्वगंधा मैं एंटी-ट्यूमर एजेंट होते हैं,जो ट्यूमर(कैंसर) को पनपने से रोकने मैं मदद कर सकता है।
इसका ये मतलब नहीं है की कैंसर होने पर आप अश्वगंधा लेना शुरू करें ये सिर्फ कैंसर से बचाव करने मैं मदद कर सकता है ना की सीधी तौर पर कैंसर को ठीक करता है अगर आपको कैंसर है तो जरूर डॉक्टर से संपर्क करें और जल्द से जल्द उसका ट्रीटमेंट लें।8 एंटी स्ट्रेस ( मानसिक तनाव ) काम करता हैअश्वगंधा दिमाग को शांत करता है। अश्वगंधा के बायोएक्टिव कंपाउंड्स एंक्सियोलिटिक (Anxiolytic – एंग्जाइटी / चिंता कम करने मैं मदद करता है ) और एंटी-डिप्रेसेंट की तरह काम करता है और ये अग्रोफोबिआ /agrophobia (यह एक anxiety disorder जिसमे की इंसान को किसी जगह या सिचुएशन से पैनिक या घबड़ाना और खुद्द को असहाये और बेइजती महसूस करना) को कम करने मैं भी मदद करता है।9 एंटी-एजिंग
अश्वगंधा एंटी एजिंग की तरह काम करता है कयोंकि अश्वगंधा मैं एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते है जो की स्किन के लिए काफी लाभकारी होता है यह एंटीऑक्सीडेंट शरीर मैं बनने वाले फ्री रेडिकल्स से लड़कर बढ़ती उम्र यानि की स्किन पे पड़ने वाली झुर्रिया से भी बचता है और स्किन को जवान और टाइट रखता है जिससे की स्किन देखने मैं हेल्थी दिखाई पड़ता है।10 डायबिटीज ,आर्थराइटिस(जोड़ो का दर्द ) और एपिलेप्सी (मिर्गी आना ) मैं भी अश्वगंधा काफी सहायक है।
नोट --इस लेख मैं अश्वगंधा के फायदे के बारे मैं बताय गया है जो की आपने ऊपर अभी तक पढ़ा है. अश्वगंधा किसी भी बीमार के बचाव मैं मदद करता है ना की किसी बीमारी को ठीक करने मैं अगर आपको कैंसर या हार्ट सम्बंधित सीरियस प्रॉब्लम है तो कृपया आप डॉक्टर से संपर्क करें।
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अश्वगंधा के नुक्सान - (side effect of ashwagandha)
हर चीज के फायदे और नुक्सान दोनों होते है। इसी प्रकार अश्वगंधा के अगर ढेरो फायदे है तो खुछ नुक्सान या दुष्प्रभव भी है अगर अश्वगंध अधिक मात्रा मैं लिया जाए तो इसके दुष्प्रभाव होते है इसी लिए अश्वगंधा का अधिक मात्रा मैं लिया जाए तो इसके दुष्प्रभाव होते है इसी लिए अश्वगंधा का उपयोग सही और उचित मात्रा मैं ही इसका सेवन करें।- पेट ख़राब होना ,
- डायरिया ,
- उलटी
- लिवर डैमेज (जो की बोहोत ही रेयर है )
- अश्वगंधा का सेवन गर्भावस्था मैं ना करें क्योंकि इसके अधिक मात्रा से गर्भपात (miscarriage) भी हो सकता है तो इससे बचे।
अश्वगंधा के सेवन की विधि
अश्वगंधा पाउडर ,कैप्सूल,तेल और चवनप्राश मैं आता है लेकिन मार्किट मैं सबसे जायदा पाउडर और कैप्सूल ज्यादा प्रचलित है।अश्वगंधा का सेवन आप किसी आयुर्वेदिक डॉक्टर या किसी अन्य एलॉपथी डॉक्टर के जानकारी मैं ही ले क्योंकि अश्वगंधा का उपयोग हर आदमी के उम्र व उसकी सेहत के हिसाब से अलग अलग कारणों पर निर्भर करता है इसीलिए इसके सेवन से पहले एक बार डॉक्टर की सलाह जरूर लें क्योंकि डॉक्टर व्यक्ति की समस्या और उसकी जरुरत के हिसाब से ही अश्वगंधा की मात्रा और कितने समय तक लेना है आदि चीज़ो की जानकारी दे सकतें है क्योंकि हर वयक्ति की जरुरत और शारीरिक छमता अलग अलग होती है।वैसे आमतौर पर अश्वगंधा की टेबलेट रात मैं खाना खाने क बाद सोने से पहले आप ले सकते है दूध या पानी के साथ ले सकते है। और इसके फायदे और नुकसान क्या क्या है आप ऊपर की लेख मैं पढ़ सकते हैं।
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धन्यवाद।